21वीं सदी में 100वीं जीत पर नजर

- टीम इंडिया 100 टेस्ट जीतने से केवल 2 जीत दूर
- कल से शुरू हो रही है इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज
भारत 21वीं सदी में 100 टेस्ट मैच जीतने से केवल दो जीत ही दूर है। भारतीय टीम अगर कल से यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में यह उपलब्धि हासिल कर लेती है तो वह ऐसा करने वाली चौथी टीम बन जाएगी।
भारत ने एक जनवरी 2000 से अब तक 216 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसने 98 जीते हैं, 59 हारे हैं और 59 ही ड्रॉ रहा है। भारत की सफलता दर 45.37 फीसदी रही है। भारत ने जून 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। तब से लेकर 31 दिसंबर 1999 तक उसने 330 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें से उसने केवल 61 जीते थे, 109 हारे थे और 159 ड्रॉ रहा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1986-87 में उसका एकमात्र टेस्ट टाई रहा था।
इस सदी में भारत ने अपना सबसे ज्यादा टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले हैं और उसी के खिलाफ जीते भी हैं। भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 46 टेस्ट मैचों में से 19 जीते हैं जबकि केवल 16 हारे और 11 ड्रॉ रहे हैं।
इसके बाद भारत ने दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले हैं, जिसमें उसने 28 मैचों में से 15 जीते हैं और केवल दो ही हारे हैं। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 12 जीते हैं और 15 हारे हैं। आस्ट्रेलिया ने एक जनवरी 2000 के बाद से सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीते हैं। कंगारुओं ने 232 टेस्ट मैचों में से 138 जीते हैं। इंग्लैंड ने 266 टेस्ट मैचों में 120 जीते हैं जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 204 टेस्ट मैचों में से 100 जीते हैं।
इंग्लैंड के लिए पहली पारी रहेगी काफी अहम
इंग्लैंड के बल्लेबाजी सलाहकार जोनाथन ट्रॉट ने कहा है कि उनकी टीम को अगर भारत के साथ पहले टेस्ट में अच्छा करना है तो उसे पहली पारी में बड़ा स्कोर करना होगा। ट्रॉट ने बुधवार को मीडिया से कहा, भारत में खेलने के मूल तत्व वही हैं, जो कहीं और होते हैं। लेकिन भारत में यह वास्तव में महत्वपूर्ण है। स्पिन को खेलना और दबाव में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होना सबसे महत्वपूर्ण बात है। उन्होंने कहा, हमने देखा कि उनका (भारत) तेज गेंदबाजी आक्रमण ऑस्ट्रेलिया में वास्तव में अच्छा रहा है और वे गेंद के साथ हरफनमौला हैं। जैसा कि आप आजकल दुनिया भर में जाते हैं, आजकल हर किसी के पास एक अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण है। दोनों के लिए तैयारी करना महत्वपूर्ण है। बल्लेबाजों के लिए कौशल का स्तर बहुत अधिक होना चाहिए।