पंचायत चुनाव तक नहीं बनेंगे आधार कार्ड

- प्रदेश सरकार ने जारी किया शासनादेश, करा सकते हैं सिर्फ संशोधन
- 26 मार्च को चुनावी अधिसूचना जारी होने की उम्मीद, तैयारियां तेज
अगर आप नया आधार कार्ड बनवाना चाह रहे हैं तो अभी कुछ दिन इंतजार करना होगा। प्रदेश में नए आधार कार्ड बनाने पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो गया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर योगी सरकार ने यह फैसला लिया है। हालांकि जनसेवा केंद्र पर जाकर आप अपने आधार कार्ड में संशोधन करा सकते हैं।
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है। सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं। गांव-गांव चुनाव प्रचार चल रहा है। अंदरखाने वोटरों को सेट करने की जुगतबंदी जारी है। उम्मीद है कि चुनाव आयोग 26 मार्च को अधिसूचना जारी कर सकता है। आयोग की ओर से जल्द ही इस संबंध में जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
चुनाव कराने में 40 से 45 दिन का समय लगेगा। हाईकोर्ट ने भी 30 अप्रैल से पहले चुनाव प्रक्रिया को समाप्त करने के निर्देश दिए हैं क्योंकि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी कराई जानी हैं। शासन ने इस दौरान नए आधार कार्ड बनाने पर रोक लगा दी है। सभी जिलों को शासनादेश भी भेज दिया गया है। हालांकि इस दौरान पुराने आधार कार्ड में संशोधन कराया जा सकेगा।
शासनदेश के अनुसार पंजीकरण केंद्रों पर आधारकार्ड में फोटो, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, पता, पिता अथवा पति का नाम गलत होने पर लोग उसे ठीक करा सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित वेबसाइट पर जाकर अपॉइंटमेंट लेना होगा। चुनाव प्रक्रिया की समाप्ति तक नए आधार कार्ड बनाए जाने की रोक जारी रहेगी।
फर्जीवाड़े रोकने को लगाई रोक
दरअसल त्रिस्तरीय चुनाव में आधार कार्ड दिखा कर वोटर अपने मत का प्रयोग कर सकता है। इस दौरान फर्जीवाड़े की आशंका भी बनी रहती है। हालांकि मतदान केंद्र व्यवस्थापक किसी भी आशंका पर तत्काल ही संबंधित वेबसाइट पर आधार कार्ड का नंबर डाल कर अपनी शंका का समाधान कर सकते हैं फिर भी ऐहतियात के तौर पर सरकार ने नए आधार कार्ड बनाने पर रोक लगा दी है।
पहले से आसान हुई आधार कार्ड की प्रक्रिया
आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया पहले से आसान हो गई है। पूर्व में पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती थी लेकिन अब बिना किसी दस्तावेज के भी आधार कार्ड बन सकता है। इसके लिए सिर्फ एक इंट्रोड्यूसर की जरूरत रहती है। आधार कार्ड केवल एक दस्तावेज ही नहीं, बल्कि पहचान पत्र भी है। किसी भी वित्तीय लेनदेन और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड बेहद जरूरी है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण का मानना है कि कई बार आधार के बिना जरूरी काम रुक जाते हैं।
बीते साल से ही सरकार ने नया आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया और आसान कर दी है। इसके लिए आप आधार केंद्र पर मौजूद इंट्रोड्यूसर की मदद ले सकते हैं। इंट्रोड्यूसर वो व्यक्ति होता है, जिसे रजिस्ट्रार द्वारा वहां के ऐसे निवासियों को सत्यापित करने के लिए अधिकृत किया जाता है।
प्रक्रिया के तहत इंट्रोड्यूसर के पास आधार कार्ड होना जरूरी है। साथ ही किसी आवेदक के साथ उसका पंजीकरण सेंटर पर मौजूद रहना भी आवश्यक है। इंट्रोड्यूसर के लिए आवेदक की पहचान और अड्रेस कंफर्म करना जरूरी है। उन्हें एनरोलमेंट फॉर्म पर हस्ताक्षर करना होता है। प्राधिकरण की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार, इंट्रोड्यूसर के लिए आवदेक के नाम सर्टिफिकेट जारी करना होता है। इसकी वैलिडिटी तीन महीने होती है। अगर आपका नाम परिवार के किसी दस्तावेज जैसे राशन कार्ड आदि में है, तो भी आप बिना पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ के आधार कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। परिवार का मुखिया परिवार के दूसरे सदस्यों का इंट्रोड्यूसर बन सकता है।