सीबीएसई परीक्षा में बायोमैट्रिक हाजिरी

नकल पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए सीबीएसई कई कदम उठा रहा है। इनमें से एक है विद्यार्थियों की बायोमैट्रिक हाजिरी। स्कूलों को सर्कुलर भेज दिया गया है। इन पर काम भी शुरू हो गया है। बोर्ड का कहना है कि बायोमैट्रिक हाजिरी से नकल पर काफी हद तक अंकुश लग जाएगा।बोर्ड का मानना है कि इस कदम से दूसरे की जगह परीक्षा देने वालों पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। परीक्षा में सभी नियमों का सही तरीके से पालन किया जा सके, इसके लिए बोर्ड ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम लगा दिया जाएगा। पहले चरण में इसका ड्राई रन भी होगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मुख्य परीक्षा में इसे इस्तेमाल में लाया जाएगा।
आपको बता दें कि एनआईओएस द्वारा साल 2018 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में इसे लागू किया गया था। उस समय इसे एक प्रयोग के रूप में इसे कई प्रमुख परीक्षा केंद्रों पर लागू किया गया था। अब सभी एग्जाम सेंटर्स पर इसे अपलोड किए जाने की तैयारी कर ली गई है। बायोमैट्रिक हाजिरी के बाद परीक्षार्थियों के हॉल में बैठाने के बाद भी टीचर्स द्वारा अटेंडेंस लेने की प्रक्रिया शुरू होगी।
अब तक स्टूडेंट्स की पहचान एडमिट कार्ड पर फोटो देखकर ही की जाती थी लेकिन अब डिजिटल भारत में यह काम डिजिटल तरीके से ही किया जाएगा। इस नई बायोमेट्रिक अटेंडेंस से स्टूडेंट्स को पहचानने में काफी आसानी होगी। अगर परीक्षार्थी गलत निकला तो उसे परीक्षा केंद्र पर ही पकड़ा जा सकेगा। बोर्ड ने सभी स्कूलों को इस बाबत तैयारी करने के निर्देश दे दिए हैं।