आम लोगों को अप्रैल में वैक्सीन?

- सरकारी और निजी अस्पतालों में फोन कर पूछ रहे लोग, हमें कब लगेगी वैक्सीन?
- स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद आम लोगों के लिए होगी उपलब्ध
पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी, यह पहले से तय था। दूसरे चरण में 50 साल से अधिक और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। इसका भी प्लान तैयार है, लेकिन आम लोगों को यह कब लगेगी? लोग इस सवाल का जवाब ढूंढने में लगे हैं। ऐसे सरकारी और निजी अस्पताल जहां कोविड-19 वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं वहां फोन पहुंच रहे हैं। लोग जिज्ञासू हैं कि उन्हें सुरक्षा टीका कब लगाया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो आम लोगों को वैक्सीन लगाने का काम अप्रैल के महीने से शुरू हो सकता है। हालांकि शासन से इसकी पूरी रूपरेखा अभी प्राप्त नहीं हुई है।
देश भर के साथ ही जिले में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू हो चुका है। पहले कुछ लोगों ने बेरुखी दिखाई, लेकिन अब वे वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। बहुत सारे लोग खासकर डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने देश में बने वैक्सीन पर भरोसा किया और पहले दिन ही वैक्सीन लगवा ली। इसके बाद कई और सत्रों में वैक्सीनेशन बढ़-चढ़ कर कराया गया।
जिन लोगों को वैक्सीन पहले लगाई गई थी, उनमें से कुछ को हल्का बुखार या थकान हुई तो कुछ को यह भी नहीं हुआ। सभी लोग पहले की तरह ही अपना काम कर रहे हैं। जो लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं, वे अब दूसरों को प्रेरित कर रहे हैं। ऐसे में हर किसी को अपनी बारी आने का इंतजार है। आम लोग नजर रख रहे हैं कि आखिरकार उनका नंबर कब आएगा। यही वजह है कि हर रोज कोविड-19 वैक्सीनेशन वाले अस्पतालों में फोन पहुंच रहे हैं। लोगों का पहला ही सवाल होता है कि उन्हें वैक्सीन कब लगेगी। क्या उनका रजिस्ट्रेशन हो सकता है। इस पर स्वास्थ्य कर्मी इसका निर्धारण सरकार द्वारा किए जाने की बात कहते नजर आ रहे हैं।
अब तक लगाई गई वैक्सीन
- 16 जनवरी- 600 लोगों को संदेश भेजे गए, 361 को वैक्सीन लगी।
- 22 जनवरी- 3692 लोगों को संदेश भेजे गए, 1907 को वैक्सीन लगी।
- 28 जनवरी- 7884 को संदेश भेजे गए, 4650 को वैक्सीन लगी।
- 29 जनवरी- 4123 को संदेश भेजे गए, 2367 को वैक्सीन लगी।
- 4- फरवरी- 4119 को संदेश भेजे गए, 2397 को वैक्सीन लगी।
कैसे होगा पंजीकरण
सूत्रों की मानें तो सरकारी फोटो पहचान पत्र अपलोड करना होगा। प्रमाणीकरण बायोमेट्रिक, ओटीपी या जनसांख्यिकी के माध्यम से हो सकता है। एक बार पंजीकृत होने के बाद टीकाकरण के लिए एक तारीख और समय आवंटित किया जाएगा। मौके पर कोई पंजीकरण नहीं होगा और केवल पूर्व पंजीकृत लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
को-विन वेबसाइट पर स्व-रजिस्टर
वर्तमान में आम लोग कोरोना वायरस महामारी के लिए चल रही वैक्सीन के लिए पंजीकरण नहीं करा सकते। क्योंकि फिलहाल इस तरह पहुंच अधिकारियों के पास ही है। सूत्रों की मानें तो एक बार जब ऐप लाइव हो जाएगा और प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा तो इसके चार मॉड्यूल होंगे, यूजर एडमिनिस्टेज्टर मॉड्यूल, लाभार्थी पंजीकरण, टीकाकरण स्वीकृति और स्टेटस अपडेशन, एक बार लाइव होने के बाद कोविन ऐप या वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के विकल्प मिलेंगे जिसमें सेल्फ रजिस्ट्रेशन, इंडीविजुअल रजिस्टेज्शन और बल्क अपलोड शामिल होगा। ऐप लाइव होने पर लोगों को इसमें पंजीकरण कराने के लिए फोटो पहचान पत्र अपलोड करना होगा। जरूरी दस्तावेजों में आधार, डीएल, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट या जॉब कार्ड मान्य हो सकते हैं।