स्वास्थ्य-रोजगार पर जोर आयकर दरें वही

- 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को रिटर्न भरने से मुक्ति
- महंगे — विदेशी मोबाइल, चार्जर, इलेक्ट्रोनिक्स सामान, ऑटो पार्ट्स, सूती कपड़े
- सस्ते — लोहे और स्टील के उत्पाद, सोना-चांदी और तांबे का सामान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश दशक के पहले बजट में स्वास्थ्य, स्वच्छता पर भी सर्वाधिक बल दिया गया। हालांकि उन्होंने साफ किया कि शिक्षा भी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। यद्यपि बीपीसीएल और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड जैसी कंपनियों जैसी कंपनियों के विनिवेश की घोषणा कर उन्होंने सरकार के इरादे भी जाहिर कर दिए। वहीं बीमा सेक्टर में विदेशी निवेश की सीमा भी वित्त मंत्री ने बढ़ा दी। वित्त मंत्री ने कहा कि 130 भारतीयों की उम्मीदें आत्मनिर्भर भारत पर टिकी हैं। उन्होंने किसानों की आमदनी दोगुनी करने की योजनाओं का भी खुलासा किया। इसके साथ ही मेड इन इंडिया से संबंधित प्रावधानों की भी घोषणा की। वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल का बजट छह स्तंभों पर टिका है। पहला स्तंभ है स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना, तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, चौथा- मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना, पांचवां-नवाचार और अनुसंधान और विकास तथा छठवां स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन। राजकोषीय घाटा जीडीपी का 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि उनका कहना था कि वह इस घाटे को तीन प्रतिशत पर लाने का प्रयास करेंगी।
वित्त मंत्री ने 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को आईटीआर भरने से राहत दे दी है। उन्हें अब आईटीआर नहीं भरना होगा। टैक्स ऑडिट की लिमिट पांच करोड़ से बढ़ा कर दस करोड़ कर दी गई। वित्त मंत्री ने कारपोरेट टैक्स घटा दिया गया है, जबकि डिविडेंड लिमिट को खत्म कर दिया गया है। इससे आम लोगों की जेबों में पैसे बचेंगे। पेंशन से कमाई पर अब टैक्स नहीं देना होगा। बैंक से ब्याज पर रिटर्न भरना जरूरी नहीं होगा। घर खरीदने से लोन पर डेढ लाख तक की राहत का प्रावधान किया गया है। पीएफ में देरी करने पर कोई कटौती नहीं होगी। कॉपर और स्टील को सस्ता करने का प्रावधान किया गया है। कस्टम ड्यूटी को कम करने से घर बनाने वालों को मदद मिलेगी। एनआरआई के लिए टैक्स के नियमों में बदलाव किया गया है। मोबाइल और इसके चार्जर महंगे होंगे। ऑटो पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी गई है। इससे गाड़ियां महंगी होंगी। इलेक्ट्रॉनिक सामान भी महंगे होंगे। आयकर के स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे मध्य वर्ग के लोगों को निराशा हाथ लगी है। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये के प्रावधान किए गए हैं। इस साल स्वास्थ्य बजट में भारी वृद्धि करते हुए इसे 94 हजार करोड़ से बढ़ा कर 2.38 लाख करोड़ कर दिया गया।
बजट से पहले और बाद में भी शेयर बाजार में रौनक
आम बजट से पहले और बाद में आज देश के शेयर बाजार में जोरदार तेजी लौटी। बीते छह सत्रों से जारी गिरावट पर ब्रेक लगा और सेंसेक्स 490 अंकों से ज्यादा की उछाल के साथ 46,700 के उपर चला गया और निफ्टी भी 100 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ 13,750 के करीब कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स सुबह 9.21 बजे पिछले सत्र से 260.72 अंकों यानी 0.56 फीसदी की बढ़त के साथ 46,546.49 पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी 115.30 अंकों यानी 0.85 फीसदी की बढ़त के साथ 13,749.90 पर बना हुआ था।