अगले सेशन से बदल जाएगा अंग्रेजी व संस्कृत का प्रारूप

- सीबीएसई ने जारी किया नोटीफिकेशन, स्कूलों को भेज रहे सर्कुलर
- नई शिक्षा नीति में कंपीटेंसी आधारित प्रश्नों की रहेगी अधिक संख्या
अगले बरस के एकेडमिक सेशन में सीबीएसई कुछ विषयों के प्रारूप में बदलाव करने का मन बना चुका है। इस संबंध में नोटीफिकेशन भी जारी हो गया है। स्कूलों को सर्कुलर भेजे जाने की तैयारी है। मुख्य रूप से अंग्रेजी और संस्कृत जैसे विषयों में बदलाव होना लगभग तय है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड लगातार खुद को अपडेट कर रहा है। कोरोनाकाल में विद्यार्थियों के लिए जहां सिलेबस कम कर दिया तो वहीं अब अगले एकेडमिक सेशन (2021-22) में कुछ विषयों के प्रारूप को बदले जाने की तैयारियां तेज हैं। बोर्ड के मुताबिक अंग्रेजी व संस्कृत विषय को अब दो लेवल के साथ शुरू किया जाएगा। साथ ही इन विषयों के लिए इंप्रूवमेंट परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।
यह व्यवस्था गणित और हिन्दी के विषयों में पूर्व से ही चली आ रही है। इसके अलावा कक्षा दस और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में कंपीटेंसी आधारित प्रश्न भी पूछे जाएंगे। अगले सेशन से इसी रिवाइज्ड सिलेबस के आधार पर प्रश्नपत्र तैयार होगा। साथ ही जेईई और नीट एग्जाम में भी रिवाइज्ड सिलेबस के आधार पर ही सवाल पूछे जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय की ओर से भी निर्देश जारी हो गए हैं। मंत्रालय से जारी इन निर्देशों के तहत ही स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
एनसीएफ के अंतर्गत किए गए कवर
हाल में जारी हुई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ज्यादातर फीचर्स एनसीएफ (नेशनल करीकुलम एंड फ्रेमवर्क) के अंतर्गत कवर किए जा रहे हैं। एनसीएफ को लागू करने का काम भी शुरू हो चुका है। एकेडमिक सेशन 2021-22 में इसे पूरी तरह से लागू किए जाने की तैयारियां तेज हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किताबी ज्ञान के बजाय प्रैक्टिकल नॉलेज पर अधिकर जोर दिया गया है। स्कूली स्तर से ही विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परिचित कराया जाएगा।