पुलिस मुठभेड़ में एक आरोपी ढेर

- कासगंज में पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमले का मामला
- मुख्य आरोपी मोती धीमर और अन्य की तलाश हुई तेज
- पुलिस की कई टीमें फरार आरोपियों की कर रही तलाश
- आगरा के शहीद सिपाही के परिवारीजन कासगंज पहुंचे
यूपी के कासगंज जिले में कल पुलिस टीम पर हमले के मामले में एक आरोपी को आज तड़के 4.30 बजे मुठभेड़ में मार गिराया गया। जिस आरोपी को ढेर किया गया है, उसकी पहचान मुख्य आरोपी मोती धीमर के भाई एलगार के रूप में हुई है। कासगंज के सिढ़पुरा क्षेत्र के नगला धीमर गांव में अवैध शराब के कारोबार पर पुलिस छापे के दौरान यह जानलेवा हमला हुआ था। सीएम योगी ने इस मामले को गंभीरता से लिया था और शहीद सिपाही के परिवारवालों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
आज तड़के एनकाउंटर के बाद कासगंज के एसपी मनोज सोनकर ने बताया कि कल की घटना के बाद से ही पुलिस की कई टीमें दो नामजद आरोपियों के साथ अज्ञात लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही थीं। इसी दौरान काली नदी के खादर में बदमाशों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें गोली लगने से मुख्य आरोपी मोती धीमर का भाई एलगार घायल हो गया। उसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। घायल अभियुक्त को उपचार के लिए सीएचसी सिढ़पुरा ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एलगार पर भी चार मुकदमे दर्ज हैं। मुठभेड़ के दौरान अन्य आरोपी वहां से भागने में सफल रहे। फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई हैं, जिनमें 50 पुलिसकर्मी शामिल हैं। मुख्य आरोपी मोती धीमर पर एक दर्जन के करीब केस पहले से दर्ज हैं। सिढ़पुरा में एडीजी अजय आनंद और एसपी मनोज सोनकर कैंप किए हुए हैं। इस बीच शहीद सिपाही के परिजन आगरा से कासगंज पहुंच गए हैं। पुलिस लाइन में शहीद का सम्मान किया जा रहा है। दरोगा अशोक पाल की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें दो लोगों मोती धीमर और एलगार धीमर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जबकि आधा दर्जन अन्य अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया गया है। मोती धीमर और एलगार धीमर हुब्ब लाल के पुत्र हैं।


पुलिस पर हमले के मुख्यारोपी के भाई एलकार सिंह की मुठभेड़ में मौत हो गई है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस की कई टीमें उन्हें पकड़ने के लिए दबिशें दे रही हैं।