रामा ट्रेडर्स के बढ़ते कारोबार को देख जलने लगे थे सुरेश एवं पप्पू

रामा ट्रेडर्स के कर्मचारी रामचंद्र कुकरेजा को गोली मारने वाले बदमाश ने पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी पुलिस को खूब गुमराह किया। पुलिस ने जब दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया तो सच्चाई सामने आ गई। पकड़ेÞ गए बदमाश हरिओम ने रामा ट्रेडर्स के मालिक रामचंद छाबड़िया के बेटे कमल छाबड़िया को मारने की सुपारी ली थी। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस ने समझा था कि बदमाशों ने कमल छाबड़िया के पिता रामचंद छाबड़िया को मारने के लिए सुपारी ली थी।
जानकारी के अनुसार पकड़े गए बदमाश हरिओम ने पुलिस को बताया था कि वे रामा ट्रेडर्स के स्वामी को गोली मारने आए थे।
नौकर रामचंद्र कुकरेजा पर गलती से गोली चला बैठे। चूंकि रामा ट्रेडर्स के स्वामी रामचंद छाबड़िया हैं, इसलिए पुलिस ने यह निष्कर्ष निकाला कि बदमाश रामचंद छाबड़िया की हत्या करना चाहते थे। पुलिस को हुए इसी भ्रम की वजह से नये समीकरण के 20 फरवरी के अंक में रामचंद छाबड़िया की हत्या की सुपारी लिए जाने की जानकारी प्रकाशित हुी थी। पुलिस ने जब सुपारी देने वाले हर्ष ट्रेडर्स के स्वामी सुरेश कुशवाह और भगवती ट्रेडर्स के स्वामी पप्पू को गिरफ्तार किया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने रामचंद्र के बेटे कमल छाबाड़िया को मारने के लिए सुपारी दी थी। यह जानने के बाद ही पुलिस पूरा मामला समझ गई। कर्मचारी रामचंद्र कुकरेजा और रामचंद छाबड़िया का बेटा कमल छाबड़िया एक जैसी कद काठी के हैं।
रामा ट्रेडर्स के मालिक रामचंद्र छाबड़िया का बेटा है कमल, पकड़े गए बदमाश ने पुलिस को पहले किया था गुमराह
रामचंद कुकरेजा दुकान बढ़ाने के बाद कालामहल से सबसे लास्ट में निकला था। बदमाश समझे कि यही कमल छाबड़िया है और गोली चला दी। सुरेश और पप्पू ने बदमाशों को कमल छाबड़िया के घर जाने का समय भी बताया था। घटना वाले दिन कमल कुछ समय पहले ही दुकान से घर के लिए निकल गया था। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पकड़ा गया हरिओम बेहद शातिर है। वह बैंक लूट में भी शामिल था। उसके कई साथी फरार हैं, उनकी भी तलाश की जा रही है। अन्य बदमाशों के पकड़े जाने के बाद लूट की रकम भी बरामद कर ली जाएगी। सुरेश और पप्पू से की गई पूछताछ में यह सामने आया है कि दोनों ही रामा ट्रेडर्स के बढ़ते कारोबार को देखकर जलने लगे थे। उनके गोदामों पर पिछले दिनों छापा पड़ गया था, जिसका शक वह कमल छाबड़िया पर करते थे।