ठगी करने को ले रहे सेना के जवानों के फोटो का सहारा

- पुलिस ने किया अलर्ट, पूरी जांच पड़ताल करने के बाद करें विश्वास
- सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिये लोगों को बनाया जा रहा निशाना
- बकौल एसएसपी, सेना के जवानों के फोटो इस्तेमाल कर रहे शातिर
साइबर ठगों का जाल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। पढ़े- लिखे लोग भी इनके जाल से बच नहीं पा रहे हैं। ठग अपने जाल में इस तरीके से फंसाते हैं कि कोई भी उन पर शक नहीं कर पाता है। हर रोज नए तरीकों से चूना लगाने का काम किया जाता है। पहले तो एटीएम कार्ड का पासवर्ड और ओटीपी पूछकर चूना लगाते थे, लेकिन अब दूसरे तरीके अपनाने लगे हैं। यहां तक कि अब सेना के जवानों के फोटो का भी सहारा लिया जा रहा है। आगरा पुलिस ने लोगों को अलर्ट करते हुए कहा है अचानक से ही किसी पर विश्वास नहीं करें।
कमला नगर के रहने वंश अग्रवाल ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक कार का एड देखा। जब कार देखने को उसने एड पर क्लिक किया तो उस पर गाड़ी बेचने वाले का व्हाट्सएप नंबर आया। उस पर मैसेज भेजने पर एक युवक (ठग) का मैसेज आया और बताया कि वह सेना का जवान है। उसकी पोस्टिंग गंगटोक में है। वह गाड़ी बेचा रहा है। गाड़ी नई और रेट बहुत कम थे। वंश ने गाड़ी दिखाने को कहा तो उसने उसकी डिटेल मांगी और कहा कि इस नंबर पर पहले 10 रुपये का पेटीएम करो, तभी गाड़ी भेजेगा। मामला 10 रुपये का था, वंश ने पेटीएम कर दिया। उसके बाद ठग ने कहा कि आप अपना एड्रेस भेज दो। वंश ने पता भी भेज दिया। अगले दिन ट्रांसपोर्ट कंपनी से फोन आया और कहा कि आपकी गाड़ी आ गई है। आपके पते पर ड्राइवर लेकर आ रहा है। ड्राइवर का नंबर आपको मैसेज कर दिया जायेगा। उससे पहले कंफर्मेशन के लिए ओटीपी बतानी होेगी। इतनी बातों पर वंश ने ओटीपी बता दी। ओटीपी बताते ही उसके खाते से 86 हजार रुपये पार कर दिये गए। जब दोबारा उन नंबरों पर फोन किया गया तो वह बंद हो चुके थे।
ठगों के इस तरीके को जानने के लिए ‘नए समीकरण’ संवाददाता ने भी पड़ताल की। एक कार और बुलेट का एड देखा। कार के एड में जो नंबर था, उसमें सेना के एक जवान का फोटो लगा रखा था। कार देखने की बात पर वह भी उसी तरह की बातों को कर रहा था। वहीं बुलेट के एक एड में जो मोबाइल नंबर मिला, उसकी व्हाट्सएप के प्रोफाइल में सेना के ट्रक लगे हुए थे। उसने अपने स्टेट्स में इंडियन आर्मी लिखा हुआ था। इस मामले में साइबर एक्सपर्ट से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि ठग अब सेना के जवानों के नाम और फोटो का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में लोगों को इन ठगों से सतर्क रहना चाहिए। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि ठगों से बचें। किसी भी अनजान पर इतना भरोसा न करें। खासकर ओटीपी पूछने वालों पर तो बिल्कुल भी नहीं करें। ठग अब सेना के जवानों के नाम का सहारा ले रहे हैं। कई शिकायतों में यह सामने भी आ चुका है। साइबर सेल और साइबर थाना ऐसे लोगों को दबोचने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।