अपने लोगों को भेज लाल किला में करवाई थी हिंसा

- कांग्रेस का सरकार पर सनसनीखेज आरोप
- संयुक्त संसदीय समिति से कराई जाए हिंसा की जांच-अधीर रंजन
कांग्रेस ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसान परेड के दौरान हुई हिंसा के पीछे केंद्र सरकार की साजिश होने का बेहद सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने ही किसानों के वेष में अपने लोगों को लाल किला भेजकर हिंसा करवाई थी। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा में हिस्सा लेते हुए हिंसा की घटना की संयुक्त संसदीय समिति (खढउ) से जांच कराने की मांग की। उन्होंने लाल किले की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि सच तो यह है कि आप चाहते थे कि कुछ घटना घटे ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। यह आपकी सोची-समझी साजिश है। आपने अपने लोगों को किसान के वेष में वहां पहुंचा दिया। अगर जांच हो जाए तो पता चल जाएगा कि सरकार इसके पीछे है। अगर ऐसा नहीं है तो जेपीसी की जांच कराएं।
उन्होंने पूछा कि अमित शाह जैसे ताकतवर गृह मंत्री के रहते कुछ उपद्रवी लाल किले पर कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल है। क्या इसकी कोई तफ्तीश नहीं होगी? गणतंत्र दिवस पर जब राजधानी में सबसे अधिक सुरक्षा रहती है, तब ऐसा कैसे हुआ? चौधरी यही नहीं रुके। उन्होंने सरकार पर किसानों के खिलाफ छल और बल, दोनों के इस्तेमाल का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आपने बड़ी चतुराई से किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। आप छलपूर्वक नहीं तो बलपूर्वक किसानों को दबाना चाहते हैं। बहरहाल, कांग्रेस नेता ने स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के किसान आंदोलन का समर्थन करने और इसको लेकर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया का भी हवाला दिया और कहा कि जिस तरह से पूरी सरकार 18 साल की एक लड़की के खिलाफ खड़ी हो गई है, उससे देश की छवि धूमिल हो रही है। किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि आप एक तरफ मुसलमान और दूसरी तरफ किसान के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं।