हताशा में गलतियों पर गलतियां की साक्षी ने

- महिला सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में हरियाणा की पहलवानों का दबदबा
- 50 किलो भार वर्ग में हरियाणा की पहलवानों ने दिखाया अपना पूरा कॉपी राइट
निराशा, चेहरे पर आक्रोश, अच्छी बढ़त को बरकरार न रख पाना और हताशा में गलतियों पर गलतियां करना। यहां हम बात कर रहे रियो ओलम्पिक की मेडलिस्ट साक्षी मलिक की, जिन्हें तीसरी बार एक जूनियर से सीनियर में आई हरियाणा की ही सोनम ने शिकस्त दे दी। सोनम की साक्षी पर तकरीबन साल भर में यह तीसरी जीत है। मध्य प्रदेश की पुष्पा और हरियाणा की मनीषा ने 62 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता।
लड़ामदा स्थित मनोरमा इंस्टीटूट ऑफ मेनेजमेंट कॉलेज के प्रांगण पर शनिवार को शुरू हुई महिला सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में काफी कड़े मुकाबले खेले गए। इसे भारतीय कुश्ती के लिए अच्छा संकेत कहा जाएगा क्योंकि जहां कुछ दिन पहले पुरुषों की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में नरसिंह यादव, अमित धनकड़, जितेंद्र और सरवन का भी कुछ ऐसा ही हश्र हुआ था और वहां कई युवा चैम्पियन सामने आए थे। वहीं इस बार महिलाओं की चैम्पियनशिप में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। यह स्थिति तब है जब साक्षी 4-0 की बढ़त बना चुकी थी लेकिन इसके बाद सोनम का पॉवर गेम और मौके पर सही तकनीक के इस्तेमाल ने सारे समीकरण बदल दिए। पहले एक-एक अंक बटोरकर उन्होंने बढ़त कम की और फिर बगलडूव करके दो अंक बटोरकर दो अंक और बटोर लिए।
सोनम इससे भी भला कहां सब्र करने वाली थी। उन्होंने अंटी खींचकर गिराने के साथ दो अंक और बटोरे। खेल थोड़ा रफ था जिससे दोनों को एक-एक कॉशन दिया गया। आखिरकार 7-4 के स्कोर के साथ सोनम एक बड़ा उलटफेर करने में सफल रहीं।
इससे पहले 2020 की एशियाई चैम्पियनशिप के दो बार आयोजित ट्रायल में सोनम ने दोनों बार साक्षी को हराकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया था।
पांच में से चार गोल्ड हरियाणा को
पहले दिन पांच में से चार गोल्ड हरियाणा के पहलवानों ने जीते और 72 किलो में पिंकी के रूप में एकमात्र गोल्ड रेलवे के हाथ आया। अन्य दो ओलंपिक भार वर्ग-50 किग्रा और 57 किग्रा का फाइनल भी कल खेला गया। हरियाणा की मीनाक्षी ने फाइनल में अपने राज्य की खिलाड़ी हेनी कुमार को हराकर 50 किग्रा का स्वर्ण जीता जबकि महाराष्ट्र की स्वाति शिंदे और दिल्ली की कीर्ति ने कांस्य जीता।
50 किलो का गोल्ड हरियाणा की मीनाक्षी ने हरियाणा की ही हन्नी कुमारी को पिछड़ने के बाद हराकर अपने नाम किया। लगता है कि इस वजन पर हरियाणा का कॉपराइट है क्योंकि कभी विनेश और रितु फोगट तो कभी सीमा, निर्मला और अब इस वजन के फाइनल में पहुंचने वाली दोनों महिला पहलवानों का हरियाणा से होना यही जाहिर करता है। हरियाणा की अंशु ने 57 किग्रा वर्ग में स्वर्ण जीता। फाइनल में अंशु ने रेलवे की ललिता को हराया। अंशु की राज्य की ही मानसी और मध्य प्रदेश की रमन यादव ने कांस्य जीता।
55 किग्रा में हरियाणा की अंजू ने दिल्ली की बंटी को हराकर स्वर्ण पदक जीता। उत्तर प्रदेश की इंदु तोमर और दिल्ली की सुषमा शौकीन ने कांस्य जीता।
इससे पूर्व चैम्पियनशिप का रंगारंग शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तराखंड की राज्यपाल बीबीरानी मौर्य, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व सांसद ब्रजभूषण सिंह सरन, आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने बजरंगबली के समक्ष दीप प्रवज्जलित कर किया। सभी ने कुश्ती को भारतीय प्राचीन परंपरा बताते हुए खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य का स्वागत भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान, जाट सभा महिला अध्यक्ष स्मृति चाहर, समाजसेविका प्रतिमा भार्गव व सीए काव्या चौधरी ने किया। इस मौके पर यूपी कुश्ती संघ उपाध्यक्ष करनभूषण सिंह सरन, पद्मश्री महाबली सत्यपाल पहलवान, संरक्षक रंगलाल गौतम, जितेंद्र सिंह चौहान, कमल चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाह, जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजकुमार चाहर, सचिव एमडी खान, अंकित आचार्य, अंतराष्ट्रीय कोच नेत्रपाल सिंह, डॉ. हरी सिंह, हाजी मो. सलीम, अतुल तिवारी, गोपाल यादव आदि मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह का संचालन रीनेश मित्तल ने किया।